रविवार, 8 अक्तूबर 2017

विचारों के युद्ध में

- ग्लैडसन डुंगडुंग -














विचारों के युद्ध में
तुम कहां हो मंगरा
क्यों ढ़ो रहे हो
दुश्मनों का हथियार
क्यों हो गये हो गुलाम
उनके विचारों का
क्या तुम जानते हो
किसने किया
आदिवासियत का जमींदोज
क्या ब्राहमणवाद ने
इंसान माना तुम्हें
क्या संघवाद
नहीं मिला रहा मिट्टी में
पहचान, भाषा और संस्कृति तुम्हारी
क्या गांधीवाद ने
पहचान दिया तुम्हें
क्या अम्बेदकरवाद ने
सभ्य माना तुम्हें
क्या माक्र्सवाद ने
अगुआ स्वीकारा तुम्हें
क्या माओवाद ने
तबाह नहीं किया
घर-संसार तुम्हारा
क्या पूंजीवाद
नहीं निगल रहा
प्राकृतिक संसाधनों को तुम्हारा
अनाकोंडा की तरह
क्या तुम बता सकते हो
कौन सा दिकु विचार
खड़ा है तम्हारे साथ
कौन बचायेगा तुम्हें
विचारों के युद्ध में
यह जान लो तुम अब
आदिवासियत ही है
हथियार तुम्हारा
दिकुओं का हथियार
फेंक दो मंगरा
और उठा लो
आदिवासियत का हथियार
यही बचायेगा तुम्हें
विचारों के युद्ध में 

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